
टीचर्स डे 2022 पीएम मोदी करेंगे बातचीत:
दरअसल आपको बता दूंगी 5 सितंबर को टीचर्स डे है इनकी आज के ही दिन टीचर्स डे है इस शुभ अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित शिक्षकों से आज शाम बातचीत करेंगे।
आपको बता दूं कि पीएम मोदी आज शाम को 4:30 बजे सभी शिक्षकों से जो राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित हुए हैं बातचीत करेंगे लोक कल्याण मार्ग पर।
आपको बता दूं कि शिक्षकों का राष्ट्रीय पुरस्कार प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत मेधावी शिक्षकों को सार्वजनिक मान्यता प्रदान करता है आपको बता दूं कि इस वर्ष शिक्षकों के पुरस्कार के लिए हमारे देश में कुल मिलाकर 45 शिक्षकों को चयनित किया गया है और इन सभी को पारदर्शी ऑनलाइन किंग चरणों की प्रक्रिया के माध्यम से किया गया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शिक्षकों को करेंगे सम्मानित :
दरअसल आपको बता दूं भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी ने टीचर्स डे के शुभ अवसर पर यानी कि 5 सितंबर को चयनित पुरस्कार विजेताओं को “नेशनल अवार्ड टीचर 2022” से सम्मानित करेंगे।
आपको आपको बता दूं कि करीब 45 शिक्षकों को सिलेक्टेड किया गया है जिसमें से हिमाचल प्रदेश हरियाणा पंजाब महाराष्ट्र तेलंगना सहित अन्य क्षेत्रों के शिक्षक मौजूद है।
जैसल आपको बता दूं कि यह कार्यक्रम नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित की जाएगी और अगर इसके प्रसारण की बात करें तो शिक्षा मंत्रालय के दूरदर्शन और प्रभात चैनलों पर इसका सीधा लाइव प्रसारण किया जाएगा,जिसे आप देख भी सकते है।
शिक्षकों को दिया जाता है राष्ट्रीय पुरस्कार क्यों ?
दरअसल आपको बता दूं कि हमारे देश के शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित इसलिए किया जाता है कि शिक्षकों के अद्वितीय योगदान का जश्न मनाना और उन शिक्षकों को सम्मानित करना जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता के माध्यम से स्कूल के सभी बच्चों को गुणवत्ता पूर्वक शिक्षा दे सकें इससे हमारे देश के बच्चों का भविष्य उज्जवल होगा और इन्हीं सभी के वजह से राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों को किया जाता है ।
जानिए क्यों मनाया जाता है शिक्षक दिवस :
दरअसल आपको बता दूं हमारे देश में शिक्षक दिवस भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एस राधाकृष्णन के याद में मनाया जाता भारत के दूसरे राष्ट्रपति एस राधाकृष्णन थे इनका जन्म 5 सितंबर 1888 को हुआ था आपको बता दूं कि शिक्षा क्षेत्र में इनका काफी योगदान रहा जिससे जिससे इनके जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाए जाने लगी।