
भारत से मिलकर करेंगे काम- Jo Biden
दरअसल आपको बता दूं कि अमेरिका हमेशा से आंतरिक रूप से भारत का विरोध करते रहा है जब से रूस यूक्रेन संघर्ष चला है तब से अमेरिका का मानना है कि भारत खुलकर रूस का विरोध करें लेकिन भारत और रूस की गहरी दोस्ती भारत को खुलकर विरोध करने के लिए तैयार नहीं है क्योंकि भारत को जब जब मुसीबत की घड़ी देखी है तब तब रूस सामने खड़ी रही है इसलिए भारत रूस का विरोध करना नहीं चाहते हैं।
इससे अमेरिका भारत सेना खुश रहता है और इन्होंने भारत के खिलाफ आतंक फैलाने वाले देश पाकिस्तान को समर्थन करने में हाथ बढ़ा रहे हैं जैसे कि आप को बता दूंगी आजकल अमेरिका पाकिस्तान का लड़ाकू विमान F- 16 के कल पुर्जों ठीक करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने लगा है। लेकिन आपको बता दूं कि अमेरिका को इस बात की समझ अभी तक नहीं पड़ी है कि भारत की जरूरत उन्हें आगे बढ़ने वाली है चीन को काबू करने के लिए अमेरिका को भारत की जरूरत पड़ेगी।
अमेरिका ने बताया कि हम भारत के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं उन्होंने स्पष्ट किया कि हम लोग शीत युद्ध देखना नहीं चाहते हैं इस परिस्थिति से बचने के उपाय को ढूंढते हैं इसके साथ ही उन्होंने बताया कि परमाणु युद्ध जैसी समस्याओं को हम लोग कम करना चाहते हैं।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र देश- अमेरिका
वाशिंगटन में सार्वजनिक की गई अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में बताया गया कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र एवं प्रमुख रक्षा भागीदार देश है ऐसे में मुक्त और खुले हिंद प्रशांत के अपने साझा दृष्टिकोण का सपोर्ट करने के लिए अमेरिका और भारत द्विपक्षीय और बहुपक्षीय रूप से मिलकर साथ साथ दोनों काम करेंगे।
परमाणु युद्ध के खतरे को देते हुए अमेरिका ने बताया कि हम लोग चाहते हैं कि परमाणु युद्ध के जोखिम को कम करें इसलिए कदम उठाने और प्रेस पारीक सत्यापन युग हथियार नियंत्रण के लिए यथार्थवादी लक्ष्य का पीछा करना शामिल है।