
जानिए क्या होता है रेमन मैग्सेसे अवार्ड :
आपको बता दूं कि रेमन मैग्सेसे अवार्ड एशिया के उन व्यक्तियों या संस्थाओं को दिया जाता है जो अपने क्षेत्र में विशेष रूप से कुछ कार्य करते हैं आपको बता दूं कि यह अवार्ड रेमन मैग्सेसे पुरस्कार फाउंडेशन के द्वारा फिलीपींस के भूतपूर्व राष्ट्रपति रमन मैग्सेस की याद में दिया जाता है आपको बता दूं कि रेमन मैग्सेसे अवार्ड की शुरुआत सर्वप्रथम 1957 ईस्वी में किया गया था आपको मालूम होना चाहिए कि यह अवार्ड एशिया महाद्वीप का सर्वोच्च नागरिक सम्मान माना जाता है आपको बता दूं कि फिलीपींस के भूतपूर्व राष्ट्रपति रेमन मैग्सेसे की याद में इस पुरस्कार को दिया जाता है।
64 वें रेमन मैग्सेसे अवार्ड किन भारतीयों को मिल रही थी :
दरअसल आपको बता दूं कि एशिया का नोबेल प्राइज कहे जाने वाले रेमन मैग्सेसे पुरस्कार इस बार केरल की पूर्व स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा को मिलने वाली थी लेकिन आपको बता दूं कि इन्होंने इन अवार्ड को लेने से मना कर दिया आपको बता दूं कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी यानी कि सीपीएम ने अपने बैठक में यह फैसला लिया है कि रमन मैग्सेसे अवार्ड नहीं लेंगे।
आपको बता दूं कि केरल के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने सीपीएम का नेता है और इनका सरकार है केरल में सीपीएम का कहना है कि रमन मैग्सेस ने अपने देश में वामपंथियों के साथ काफी दूर व्यवहार तथा अत्याचार क्या है इसीलिए उनके नाम से मिलने वाले रमन मैग्सेस अवार्ड को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
दरअसल आपको बता दूं कि रेमन मैग्सेसे अवार्ड रमन मैग्सेस फाउंडेशन की तरफ से दिया जाता है और आपको बता दूं कि यह अवार्ड वर्ष 2016 से वर्ष 2021 के बीच निपाह वायरस और कोरोना वायरस की समस्याओं से बेहतर तरीके से निपटने के लिए केरल के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री और सीपीएम नेता केके शैलजा को यह अवार्ड देने की बात की थी लेकिन उन्होंने अपना अवार्ड लेने से मना कर दिया।