
विधनसभा में फ्लोर टेस्ट में नीतीश कुमार हुए सफल:
आपको बता दूं कि कल यानी कि बुधवार को नई सरकार को लेकर बिहार विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव करने का दिन था आपको बता दूं कि विश्वास प्रस्ताव में नीतीश कुमार जी ने 165 विधायक का समर्थन दिए थे लेकिन विश्वास प्रस्ताव में 160 वोट मिले।
दरअसल आपको बता दूं कि विश्वास प्रस्ताव में महागठबंधन के 5 विधायक ने अपना मत का उपयोग नहीं किया। आपको बता दूं कि पिछले कुछ दिन पहले नीतीश कुमार जी ने नई सरकार के गठन की थी और नीतीश सरकार की ओर से दावा किया गया था की नई सरकार को जदयू आरजेडी कांग्रेस समेत कुल सात दलों में 165 विधायक का समर्थन है लेकिन विश्वास प्रस्ताव में 160 मत ही मिले।
लेकिन आपको बता दूं कि विधानसभा में फ्लोर टेस्ट में नीतीश कुमार जी पास तो कर गए लेकिन पांच विधायक ने इनका समर्थन नहीं किया।
वोटिंग से पहले बीजेपी ने किया बायकॉट :
असल आपको बता दूं कि बिहार विधानसभा में 24 अगस्त यानी कि बुधवार को नई सरकार के विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हुई जिसमें विपक्ष का दल भारतीय जनता पार्टी ने अंतिम मौके पर वोटिंग से पहले बायकॉट कर दिए।
आपको बता दूं कि विश्वास प्रस्ताव को सबसे पहले डिप्टी स्पीकर ने ध्वनि के उनसे माध्यम से पारित करवाया इसके बाद इस पर वोटिंग कराया गया जिसमें सरकार की तरफ से 160 विधायक ने वोट डाला और विपक्ष की तरफ से एक भी वोट नहीं डाला गया, क्योंकि बीजेपी ने वोटिंग से पहले ही बायकाट कर दिया था।
जेडीयू के पांच विधायक नहीं किया मतदान :
चर्चा का विषय है यह है की आखिर जदयू के पांच विधायक ने शपथ ग्रहण ग्रहण समारोह में अपना मतदान क्यों नहीं किया जी हां आपको बता दूं कि इस विश्वास प्रस्ताव में जनता दल यूनाइटेड के 5 विधायक शामिल नहीं हुए थे जिसको लेकर महागठबंधन में काफी हलचल हो गई थी हालांकि कुछ विधायकों ने अपने निजी कारणों को लेकर शपथ ग्रहण में नहीं जाने का दावा पेश किया है।