इसे कहते है हिम्मत, पति ने छोड़ा साथ तो पत्नी ने ई- रिक्शा चलाकर बच्चों को पाला ,जानिए फिर क्या हुआ।

Comments Off on इसे कहते है हिम्मत, पति ने छोड़ा साथ तो पत्नी ने ई- रिक्शा चलाकर बच्चों को पाला ,जानिए फिर क्या हुआ।

पति ने छोड़ा साथ, ई- रिक्शा चलाकर बच्चों को पाला :

दरअसल आपको बता दूं कि एक पत्नी की हिम्मत को जानकर आप ने भी सलाम करेंगे जी हां यह खबर नोएडा की बताई जा रही है जहां एक पति ने अपनी पत्नी का साथ छोड़ दीया महिलाओं के पास बच्चे भी थे इनका जीवन यापन कर पाना असंभव हो गया था फिर भी इन्होंने हिम्मत न हारी, इन्होंने जो किया उसे सुनकर आप भी हैरान हो जाओगे।

दरअसल आपको बता दूं कि यह खबर उत्तर प्रदेश के नोएडा की है जहां पर एक पति ने अपनी पत्नी को साथ छोड़ दिया पत्नी के पास बच्चे भी थे उन्हें जीवन यापन के लिए कोई सुराग नहीं मिला तो उन्होंने ई रिक्शा चलाना शुरु कर दी जी हां उन्होंने अपने 1 साल के बच्चे को गोद में बांधकर ई रिक्शा चलाया करते थे।

बताइए बच्चों के लिए करना मुनासिब लगा :

दरअसल आपको बता दूं कि उस महिला का नाम चंचल था इन्होंने अपने जीवन का आप बीती सुनाई और बताएं कि चुनौती काफी बड़ी थी लेकिन घर की स्थिति भी दयनीय थी ऐसे में मुझे कुछ करना उचित लगा क्योंकि मेरे परिवार को चलाने के लिए कोई नहीं था और छोटे-छोटे बच्चे थे जिनक लालन-पालन करने के लिए मैंने मन बनाया की ई रिक्शा चलाना ही बेहतर रहेगा तो फिर मैंने ई रिक्शा चलाना शुरु कर दिया बच्चों को गोद में रखता था जब भी मैं गाड़ी चलाती थी तो बच्चे आप ही चिल्लाते थे फिर भी मुझे अपने बच्चों के लिए यह करना मुनासिब लग रहा था।

चंचल के मुताबिक वह प्रतिदिन 600 से ₹700 के बीच कमा लिया करते थे इन्होंने बताया कि इस कमाई का आधा हिस्सा ई-रिक्शा के किस्त में भरता हूं इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अपने बच्चों के लिए दूध का भी व्यवस्था करना पड़ता है दूध हमेशा साथ में बोतल में रखा करती हैं ताकि बच्चे को समय से दूध दे सकूं।

दरअसल आपको बता दूं कि चंद्र शर्मा नाम की रिक्शा चालक सेक्टर 62 में नेशनल इंस्टीट्ट ऑफ बायोलॉजिकल और सेक्टर 59 में लेबर चौक के बीच अपना ई रिक्शा चलाया करती है।